Saudi Arabia will use Indian UPI | अब भारत के UPI का उपयोग करेगा सऊदी अरब

आज भारत का नाम हर तरफ गूंज रहा है क्योंकि भारत अपनी नई-नई टेक्नोलॉजी से दुनिया को रूबरू करवा रहा है| अभी भारत की इलेक्ट्रोनिक भुगतान प्रणाली यानि UPI का उपयोग सऊदी अरब करने जा रहा है (Saudi Arabia will use Indian UPI) ऐसा करने वाला सऊदी अरब दुनिया का पांचवा देश बन जायेगा इससे पहले Indian UPI सिंगापुर, UAE, नेपाल और भूटान में अपनाया जा चूका है|

इंडियन UPI पेमेंट प्रणाली का उपयोग सऊदी अरब क्यों कर रहा (Saudi Arabia will use Indian UPI)

सऊदी अरब और भारत के रिश्ते काफी अच्छे माने जाते है और यह दोनों देश आपस में अपना व्यापार भी करते है, इन दोनों देशो के बीच रूपए और रियाल समझौता हुआ है इसके अंतर्गत भारत अपनी तेल की जरूरतों को विदेशो से पूरी करता है, भारत 85 फीसदी तेल विदेश से मंगवाता है (Saudi Arabia will use Indian UPI) इससे देश का मोटा पैसा विदेशो में चला जाता है जिससे देश की तिजोरी पर बोझ पद जाता है यानि खली हो जाती है

और इससे देश का फोरेक्स रिज़र्व भी काटने लगता है इसी को काबू में करने के लिए भारत ने अपनी करेंसी में ट्रेड करने का फैसला किया है भारत विदेशी देशो को इंडियन करेन्सी में पेमेंट करने का आग्रह भी कर रहा है और भारत रूपए को ग्लोबल करेंसी बनाने में भी लगा है

Saudi Arabia will use Indian UPI
Saudi Arabia will use Indian UPI

आपकी जानकारी के लिए बता दू भारत Remitaance के मामले में पूरी दुनिया में नंबर 1 पर है, Remitaance का मतलब होता है विदेशो से भेजा जाने वाला पैसा यानि भारत के लोग जो विदेशो में जॉब या बिज़नेस करते है वो वहां का पैसा भारत में भेजते है उसे Remitaance कहते है और इसमें भारत पूरी दुनिया में नंबर 1 है| बात करें 2021 की तो इस इस वर्ष भारत को 87 बिलियन डॉलर का Remitaance मिला था पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा था|

भारत अपना 85 फीसदी तेल इराक, रूस और सऊदी अरब से मंगवाता है(Saudi Arabia will use Indian UPI) ऐसे में तीसरे नंबर पर तेल निर्यातक के साथ रूपए-रियाल का सौदा फायेदेमंद हो सकता है, भारत पहले ही रूस के साथ रूपए-रूबल ट्रेड को फाइनल कर चूका है आपकी जानकारी के लिए बता दे भारत को दुनिया तेल उत्पादक देश सस्ते दर पर तेल देने को राजी है, अब तो देशो के बीच Compition भी होने लगा है

जब क्रूड आयल 116 डॉलर प्रति बेरल था तो रूस ने मदद की, रूस ने 16 डॉलर प्रति बेरल की डिस्काउंट पर भारत को तेल देने के लिए राजी था वहीँ ईरान और इराक भी भारत को लुभाने में पीछे नही है, इन देशो ने भी भारत को सस्ते तेल मुहेया कराने का वादा किया था |

अब देखना होगा की नई डील और डिप्लोमेसी से भारत को कितना फायदा पहुचेगा और देश की विश्ववनियता मरीं कितना चार चाँद लग पाए | उम्मीद है आपको यह न्यूज़ पसंद आई होगी ऐसी ही खबरों के लिए Yes Talkz को विजिट करें |

यह भी पढ़े –

Gautam Adani becomes the second richest person in the world

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इंडियन UPI पेमेंट प्रणाली का उपयोग सऊदी अरब क्यों कर रहा (Saudi Arabia will use Indian UPI)

सऊदी अरब और भारत के रिश्ते काफी अच्छे माने जाते है और यह दोनों देश आपस में अपना व्यापार भी करते है, इन दोनों देशो के बीच रूपए और रियाल समझौता हुआ है इसके अंतर्गत भारत अपनी तेल की जरूरतों को विदेशो से पूरी करता है, भारत 85 फीसदी तेल विदेश से मंगवाता है (Saudi Arabia will use Indian UPI) इससे देश का मोटा पैसा विदेशो में चला जाता है जिससे देश की तिजोरी पर बोझ पद जाता है यानि खली हो जाती है

और इससे देश का फोरेक्स रिज़र्व भी काटने लगता है इसी को काबू में करने के लिए भारत ने अपनी करेंसी में ट्रेड करने का फैसला किया है भारत विदेशी देशो को इंडियन करेन्सी में पेमेंट करने का आग्रह भी कर रहा है और भारत रूपए को ग्लोबल करेंसी बनाने में भी लगा है

Saudi Arabia will use Indian UPI
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आपकी जानकारी के लिए बता दू भारत Remitaance के मामले में पूरी दुनिया में नंबर 1 पर है, Remitaance का मतलब होता है विदेशो से भेजा जाने वाला पैसा यानि भारत के लोग जो विदेशो में जॉब या बिज़नेस करते है वो वहां का पैसा भारत में भेजते है उसे Remitaance कहते है और इसमें भारत पूरी दुनिया में नंबर 1 है| बात करें 2021 की तो इस इस वर्ष भारत को 87 बिलियन डॉलर का Remitaance मिला था पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा था|

भारत अपना 85 फीसदी तेल इराक, रूस और सऊदी अरब से मंगवाता है(Saudi Arabia will use Indian UPI) ऐसे में तीसरे नंबर पर तेल निर्यातक के साथ रूपए-रियाल का सौदा फायेदेमंद हो सकता है, भारत पहले ही रूस के साथ रूपए-रूबल ट्रेड को फाइनल कर चूका है आपकी जानकारी के लिए बता दे भारत को दुनिया तेल उत्पादक देश सस्ते दर पर तेल देने को राजी है, अब तो देशो के बीच Compition भी होने लगा है

जब क्रूड आयल 116 डॉलर प्रति बेरल था तो रूस ने मदद की, रूस ने 16 डॉलर प्रति बेरल की डिस्काउंट पर भारत को तेल देने के लिए राजी था वहीँ ईरान और इराक भी भारत को लुभाने में पीछे नही है, इन देशो ने भी भारत को सस्ते तेल मुहेया कराने का वादा किया था |

अब देखना होगा की नई डील और डिप्लोमेसी से भारत को कितना फायदा पहुचेगा और देश की विश्ववनियता मरीं कितना चार चाँद लग पाए | उम्मीद है आपको यह न्यूज़ पसंद आई होगी ऐसी ही खबरों के लिए Yes Talkz को विजिट करें |

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